कक्षा 12 इतिहास – अध्याय 1: ईंटें, मनके और अस्थियाँ

By gurudev

Published on:

(3 अंक और 8 अंक के प्रश्न–उत्तर, CBSE बोर्ड, पिछले 25 वर्षों के अनुसार)

Class 12 History – Chapter 1: Bricks, Beads and Bones 3 and 8 marks questions in Hindi


3 अंक वाले प्रश्न

प्र.1. हड़प्पा सभ्यता की तीन प्रमुख विशेषताएँ बताइए। ( 2002, 2015, 2021)

  • ग्रिड पैटर्न वाली सड़कों और दुर्ग–निचले नगर के विभाजन के साथ सुव्यवस्थित नगर।
  • उन्नत जलनिकासी और स्वच्छता प्रणाली, ढके हुए नाले और निजी कुएँ।
  • पकी हुई ईंटों, भार और माप की मानकीकृत व्यवस्था, जो नियंत्रित शिल्प और व्यापार को दर्शाती है।

प्र.2. हड़प्पा नगर योजना की तीन विशेषताएँ लिखिए। (2004, 2012, 2019)

  • सड़कों का ग्रिड पैटर्न, मुख्य और सहायक मार्ग।
  • अलग-अलग दुर्ग क्षेत्र और निचला नगर; नियोजित सार्वजनिक भवन और गोदाम।
  • सुव्यवस्थित जलनिकासी प्रणाली और जल आपूर्ति के लिए कुओं का उपयोग।

प्र.3. हड़प्पा के तीन प्रकार के शिल्प उत्पादन बताइए। (2005, 2010, 2020)

  • अर्ध-कीमती पत्थरों और फैयेंस से मनके बनाना।
  • चाक पर बने चित्रित बर्तन और भंडारण घड़ों का निर्माण।
  • धातुकर्म – कांस्य और तांबे की वस्तुएँ, जैसे औज़ार और आभूषण।

प्र.4. हड़प्पा की तीन प्रकार की मुहरें और उनके संभावित उपयोग बताइए। (: 2007, 2013, 2018)

  • जानवरों की आकृतियों और लघु लेखन वाली स्टीटाइट मुहरें – व्यापार और पहचान के लिए।
  • सामान पर निशान लगाने और प्रशासनिक कार्य हेतु स्टाम्प मुहरें।
  • टेराकोटा मुहरें और टोकन, संभवतः स्थानीय प्रशासनिक रिकॉर्ड के लिए।

प्र.5. हड़प्पा के दीर्घ-दूरी व्यापार के तीन प्रमाण बताइए। (2003, 2011, 2017)

  • मेसोपोटामिया और ओमान में पाई गई मुहरें और मनके, वस्तुओं के आदान-प्रदान के संकेत।
  • कार्नेलियन और लाजवर्द जैसी दूरस्थ क्षेत्रों की सामग्री हड़प्पा स्थलों पर मिली।
  • लोथल का गोदीघर और मानकीकृत भार, संगठित समुद्री व्यापार के प्रमाण।

प्र.6. हड़प्पा धर्म और अंतिम संस्कार प्रथाओं की तीन विशेषताएँ लिखिए। (: 2006, 2014, 2022)

  • कब्रों में वस्तुओं की उपस्थिति, मृत्यु के बाद जीवन में विश्वास का संकेत; दफ़नाने के प्रकारों में भिन्नता।
  • टेराकोटा की मूर्तियाँ (माता देवी) – प्रजनन पूजा का संकेत।
  • बड़े मंदिरों का अभाव; पूजा संभवतः घरेलू या खुले स्थानों में।

प्र.7. हड़प्पावासियों की तीन कृषि प्रथाएँ बताइए। ( 2008, 2016, 2023)

  • गेहूँ और जौ की खेती; पूर्वी स्थलों में चावल का प्रमाण।
  • सिंचाई नहरें और जलाशय (जैसे धोलावीरा में) द्वारा जल प्रबंधन।
  • मवेशी, भेड़, बकरी का पालन और बैलों से हल चलाना।

प्र.8. हड़प्पा सभ्यता के पतन के तीन कारण बताइए। (2009, 2015, 2024)

  • नदियों के मार्ग में परिवर्तन (जैसे घग्घर-हकरा का सूखना) से जल आपूर्ति और कृषि पर असर।
  • जलवायु परिवर्तन से सूखापन और कृषि उत्पादन में कमी।
  • दीर्घ-दूरी व्यापार का टूटना और स्थानीय नगरों का पतन।

8 अंक वाले प्रश्न

प्र.1. हड़प्पा सभ्यता की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए। (: 2001, 2009, 2016, 2024)

  • विशाल और सुव्यवस्थित नगर – हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, धोलावीरा।
  • नगर योजना – ग्रिड पैटर्न सड़कों, दुर्ग और निचले नगर का विभाजन।
  • स्वच्छता और जल प्रबंधन – ढके हुए नाले, कुएँ और स्नान मंच।
  • पकी हुई ईंटों का मानकीकृत उपयोग, स्थापत्य में समानता।
  • आर्थिक आधार – कृषि (गेहूँ, जौ, संभवतः चावल) और पशुपालन।
  • शिल्प विशेषीकरण – मनके बनाना, धातुकर्म, मिट्टी के बर्तन, मानकीकृत भार।
  • मेसोपोटामिया, ओमान, ईरान और अफगानिस्तान से दीर्घ-दूरी व्यापार।
  • लिपि, मुहरें और प्रशासनिक प्रणाली, जो सामूहिक नियंत्रण का संकेत देती है।

प्र.2. हड़प्पा सभ्यता में व्यापार और शिल्प उत्पादन के प्रमाण स्पष्ट कीजिए। (: 2003, 2010, 2017, 2022)

  • मनके बनाने के केंद्र (जैसे हड़प्पा, लोथल) – कार्नेलियन और फैयेंस का उपयोग।
  • मानकीकृत भार और माप, जो व्यापार में नियंत्रण दर्शाते हैं।
  • सामान पर निशान लगाने के लिए मुहरों और मुहरछाप का प्रयोग।
  • लोथल का गोदीघर और बेसिन – समुद्री व्यापार के संकेत।
  • विदेशी वस्तुएँ और हड़प्पा के अवशेष मेसोपोटामिया व अरब में मिले।
  • सीप, तांबा, कांस्य आदि के विशेष कार्यशालाओं के प्रमाण।
  • दूरस्थ क्षेत्रों से कच्चा माल – लाजवर्द (अफगानिस्तान), कार्नेलियन (गुजरात)।
  • नगरों में बाज़ार और शिल्प केंद्रों के पुरातात्विक प्रमाण।

प्र.3. हड़प्पा सभ्यता के पतन के विभिन्न सिद्धांतों का वर्णन और मूल्यांकन कीजिए। (: 2002, 2011, 2018, 2023)

  • पर्यावरण परिवर्तन – नदियों का मार्ग बदलना, सूखापन, कृषि विफलता।
  • आर्थिक गिरावट – व्यापार नेटवर्क का टूटना, अधिशेष उत्पादन में कमी।
  • आंतरिक सामाजिक बदलाव – शक्ति का विकेन्द्रीकरण, स्थानीय नगरों का पतन।
  • रोग या महामारी की संभावना, पर प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं।
  • आक्रमण का सिद्धांत – अब अप्रासंगिक, ठोस पुरातात्विक प्रमाण का अभाव।
  • बहु-कारण सिद्धांत – पारिस्थितिक, आर्थिक और सामाजिक कारकों का संयुक्त प्रभाव।
  • धीरे-धीरे नगरों का पतन, सांस्कृतिक बदलाव के प्रमाण।
  • आधुनिक शोध (भूआकृतिक, पुरा-जलवायु) जलवायु और जल स्रोत में बदलाव को प्रमुख कारण मानते हैं।

प्र.4. उदाहरण सहित हड़प्पा नगर योजना और स्थापत्य का वर्णन कीजिए। ( 2005, 2012, 2019, 2021)

  • ग्रिड-पैटर्न सड़कें, मुख्य व सहायक मार्ग।
  • दुर्ग और निचले नगर का स्पष्ट विभाजन।
  • मानकीकृत पकी हुई ईंटों का उपयोग।
  • उन्नत जलनिकासी – ढके नाले, घर से निकलने वाला गंदा पानी सीधे मुख्य नालों में।
  • सार्वजनिक भवन – मोहनजोदड़ो का महान स्नानागार, सामूहिक उपयोग/अनुष्ठान के लिए।
  • बड़े भंडार और गोदाम – संगठित अधिशेष संग्रहण।
  • आंगन वाले घर, निजी कुएँ और स्नान मंच।
  • उदाहरण: मोहनजोदड़ो (महान स्नानागार, ग्रिड सड़कें), हड़प्पा (गोदाम, सड़क व्यवस्था), धोलावीरा (जलाशय)।

प्र.5. हड़प्पा सभ्यता के सामाजिक और आर्थिक संगठन का विश्लेषण कीजिए। (: 2004, 2013, 2020, 2024)

  • शिल्प विशेषीकरण – मनके बनाने वाले, कुम्हार, धातुकार।
  • मानकीकृत भार – व्यापार और लेन-देन का नियमन।
  • गोदाम और भंडार – अधिशेष संग्रहण और वितरण।
  • आवासीय अंतर और विशिष्ट वस्तुएँ – सामाजिक वर्ग विभाजन।
  • महलों और विशाल मंदिरों का अभाव – सत्ता संभवतः सामूहिक या नागरिक प्रशासन में।
  • दीर्घ-दूरी व्यापार – आर्थिक जटिलता का संकेत।
  • कृषि – सिंचाई और जल प्रबंधन से नगरों का पोषण।
  • दफ़नाने की परंपराएँ – सामाजिक विभाजन और धार्मिक मान्यताओं का मिश्रण।

Leave a Comment