कक्षा 11 इतिहास – अध्याय 2: “तीन महाद्वीपों में फैला साम्राज्य” के सम्पूर्ण नोटस

By gurudev

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🔶 परिचय (Introduction)

  • यह अध्याय प्राचीन रोमन साम्राज्य के बारे में है।
  • यह साम्राज्य यूरोप, एशिया और अफ्रीका के तीन महाद्वीपों में फैला हुआ था।
  • इसकी विशेषता थी – प्रशासनिक व्यवस्था, संगठित सेना, शहरीकरण और व्यापार
  • साम्राज्य की शुरुआत 27 ई.पू. में ऑगस्टस (Augustus) से हुई और 476 ईस्वी (पश्चिमी रोम का पतन) तक चला।
  • पूर्वी भाग (Byzantine Empire) 1453 ई. तक चला।

🗺️ 1. रोमन साम्राज्य का भौगोलिक विस्तार

  • अपने चरम पर, रोमन साम्राज्य ने निम्नलिखित क्षेत्रों को शामिल किया:
    • यूरोप – इटली, फ्रांस (गॉल), स्पेन, ब्रिटेन, जर्मनी के कुछ भाग।
    • एशिया – सीरिया, फिलिस्तीन, मेसोपोटामिया, एशिया माइनर।
    • अफ्रीका – मिस्र, उत्तरी अफ्रीका का तटीय भाग।
  • भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) को रोमन लोग “मारे नोस्त्रुम” (हमारा सागर) कहते थे।

🏛️ 2. शासन व्यवस्था (Administration)

🔹 गणराज्य से साम्राज्य तक:

  • प्रारंभ में गणराज्य (509 ई.पू. – 27 ई.पू.) था।
  • 27 ई.पू. में ऑगस्टस (Octavian) ने सत्ता संभाली और “प्रथम सम्राट” बना।

🔹 सम्राट (Emperor):

  • सर्वोच्च शक्ति का केंद्र।
  • सेना, कानून और प्रांतों का नियंत्रण।
  • उपाधियाँ: प्रिंसेप्स, इंपीराटोर, ऑगस्टस

🔹 प्रांत (Provinces):

  • साम्राज्य को कई प्रांतों में बाँटा गया था।
  • प्रत्येक प्रांत में एक राज्यपाल (Governor) होता था।
  • कर वसूली स्थानीय लोगों या ठेकेदारों द्वारा की जाती थी।

🔹 सेना:

  • प्रशिक्षित और नियमित सेना।
  • विस्तार, शांति व्यवस्था, और सीमा सुरक्षा में भूमिका।
  • सैनिकों की भर्ती इटली और प्रांतों से होती थी।

🏘️ 3. शहरीकरण और अर्थव्यवस्था

🔹 नगरों का विकास:

  • नगर प्रशासन और व्यापार के केंद्र थे।
  • नगरों में होते थे: बाजार, मंदिर, सार्वजनिक स्नानागार, जलप्रणाली, रंगमंच
  • प्रमुख नगर: रोम, अलेक्जेंड्रिया, कार्थेज, एंटिओक

🔹 व्यापार और कृषि:

  • अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार था: कृषि, व्यापार और दास-श्रम
  • भूमध्य सागर व्यापार मार्ग प्रमुख था।
  • वस्तुएँ: गेहूँ, शराब, जैतून का तेल, कपड़ा, काँच, मसाले
  • सिक्के: डेनारियस (Denarius), सेस्टेरस (Sestertius)

🔹 भूमि व्यवस्था:

  • भूमि पर अमीर लोगों (सेनाटर, घुड़सवार वर्ग) का अधिकार।
  • लैटीफुंडिया (Latifundia): दासों द्वारा संचालित विशाल खेत।
  • कोलोनी (Coloni): किरायेदार किसान।

🔗 4. दास प्रथा (Slavery)

  • दास समाज और अर्थव्यवस्था का आधार थे।
  • कार्यक्षेत्र: कृषि, खदानें, घरों में, शिक्षक, सचिव
  • स्रोत: युद्धबंदी, दास बाजार, जन्म से दास

👨‍👩‍👧‍👦 5. सामाजिक संरचना

🔹 वर्ग व्यवस्था:

वर्गविवरण
सेनाटरकुलीन वर्ग, राजनीति पर नियंत्रण
इक्वाइट्सअमीर व्यापारी और ज़मींदार
प्लेबियनसामान्य नागरिक, श्रमिक और किसान
दासअधिकारहीन श्रमिक

🔹 पितृसत्तात्मक समाज:

  • समाज में पुरुष प्रधानता
  • पेटरफैमिलियास (परिवार का प्रमुख पुरुष) का अधिकार सर्वोच्च।
  • महिलाएँ अधिकतर अधिकारों से वंचित थीं, लेकिन अमीर महिलाएँ संपत्ति रख सकती थीं।

🎭 6. रोमन संस्कृति और धर्म

  • रोमन कानून, लैटिन भाषा, और सड़कें प्रसिद्ध थीं।
  • यूनानी संस्कृति को अपनाया।
  • धर्म में सहिष्णुता।
  • ईसाई धर्म की उत्पत्ति 1वीं सदी में यहूदिया में हुई।
  • प्रारंभ में उत्पीड़न, लेकिन बाद में सम्राट कॉन्स्टनटाइन ने 313 ई. में ईसाई धर्म को मान्यता दी।
  • 380 ईस्वी में ईसाई धर्म राजकीय धर्म बना।

📉 7. संकट और पतन

🔹 तीसरी सदी का संकट:

  • लगातार सम्राट बदलते रहे।
  • गृहयुद्ध, आर्थिक संकट, मुद्रास्फीति।
  • बर्बर आक्रमण: गॉथ्स, वैंडल्स, हूण

🔹 साम्राज्य का विभाजन:

  • 395 ई. में दो भागों में बँटा:
    • पश्चिमी रोमन साम्राज्य – 476 ई. में पतन।
    • पूर्वी रोमन साम्राज्य (बाइजेंटाइन) – 1453 ई. तक चला।

🔹 पतन के कारण:

  • राजनीतिक अस्थिरता।
  • बाहरी आक्रमण।
  • आर्थिक कमजोरियाँ।
  • सैन्य खर्च और भ्रष्टाचार।

🏛️ 8. रोमन साम्राज्य की विरासत

  • रोमन कानून, वास्तुकला, प्रशासनिक प्रणाली, और लैटिन भाषा का प्रभाव आधुनिक यूरोप पर पड़ा।
  • ईसाई धर्म पूरी दुनिया में फैला।
  • सड़कों, इमारतों, पुलों, और शहरों की योजनाएँ आज भी प्रेरणा देती हैं।

📚 महत्वपूर्ण शब्दावली:

शब्दअर्थ
पैक्स रोमानारोमन शांति – सम्राट ऑगस्टस के काल में स्थायित्व और समृद्धि का समय
लैटीफुंडियाविशाल कृषि क्षेत्र जहाँ दास काम करते थे
कोलोनीकिरायेदार किसान
पेटरफैमिलियासपरिवार का पुरुष मुखिया
गणराज्यऐसा शासन जहाँ राजा नहीं होता, जनप्रतिनिधि शासन करते हैं
रोमनाइजेशनरोमन संस्कृति, भाषा और कानून का प्रसार

📅 मुख्य तिथियाँ:

वर्षघटना
509 ई.पू.रोमन गणराज्य की स्थापना
27 ई.पू.ऑगस्टस का सम्राट बनना
1वीं सदीईसाई धर्म की उत्पत्ति
313 ई.एडिक्ट ऑफ मिलान – ईसाई धर्म को मान्यता
395 ई.साम्राज्य का विभाजन
476 ई.पश्चिमी रोमन साम्राज्य का पतन
1453 ई.बाइजेंटाइन साम्राज्य का पतन

संक्षिप्त सारांश:

  • रोमन साम्राज्य ने तीन महाद्वीपों में एक विशाल क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित किया।
  • प्रभावशाली प्रशासन, मजबूत सेना, और संगठित समाज इसकी विशेषताएँ थीं।
  • दासों की प्रमुख भूमिका रही।
  • ईसाई धर्म का उदय यहीं से हुआ।
  • आंतरिक संकटों और बाहरी आक्रमणों के कारण इसका पतन हुआ।
  • इसकी कानूनी, भाषाई और सांस्कृतिक विरासत आज भी जीवित है।

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